Tuesday, December 20, 2022

Celebration of Grand Parents Day on 19 Dec 2022

दादा-दादीनाना-नानी दिवस मनाया गया 


केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर में दिनांक 19 दिसम्बर 2022 को ग्रैंड पेरेंट्स डे मनाया गयाइस कार्यक्रम दादा-दादी, नाना-नानी, विधालय के प्राचार्य श्री प्रदीप कुमार टेलर, उप प्राचार्य बी. एस. राठौर, प्रधानाध्यापिका श्रीमती मधु रितु, शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा विद्यार्थीयो ने भाग लिया । इस कार्यक्रम में प्राथमिक विभाग के विद्यार्थीयो के द्वारा विभिन्न  सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई ।  इस कार्यक्रम मे दादा दादी, नाना - नानीयो के लिये भी कुछ प्रतियोगिताये का आयोजन किया गया जिसमे उन्होने जोश के साथ भाग लिया  




Friday, December 2, 2022

Celebration of Annual Sports Day in KV 2 Jaipur on 02 Dec 2022

वार्षिक खेलकूद दिवस मनाया गया


केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर में दिनांक 02 दिसम्बर 2022 को वार्षिक खेलकूद दिवस मनाया गया,  इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल आर. के. श्योराण, नामित चेयरमैन (वी.एम.सी.) तथा श्रीमती सुनिता श्योराण रहे तथा इस कार्यक्रम में विधालय के प्राचार्य श्री प्रदीप कुमार टेलर, उप प्राचार्य बी. एस. राठौर,  शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा विद्यार्थीयो ने भाग लिया । इस कार्यक्रम में विद्यार्थीयो के द्वारा विभिन्न  सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई तथा खेलकूद मे विद्यार्थीयो के बीच खेलकूद  प्रतियोगिताओ का आयोजन किया गया, जिसमे विद्यार्थीयो जोश के साथ भाग लिया ।  कुछ खेलकूद प्रतियोगिताये शिक्षक-शिक्षिकाओ के  लिये भी आयोजित की गई । मुख्य अतिथि महोदय ने सभी को सम्बोधित किया और विद्यार्थीयो के  जीवन मे खेलकूद का महत्व  बताया । श्रीमती सुनिता श्योराण जो कि इस विद्यालय की पूर्व छात्रा रह चुकी है उन्होने भी विद्यार्थीयो के साथ अपने अनुभव साझा किये । अंत में श्रीमती आरती भंडारी, पीजीटी (हिंदी) ने कार्यक्रम को पर पधारे मुख्य अतिथि महोदय का धन्यवाद ज्ञापन किया और प्रोग्राम को सुचारु रुप से करवानी वाली टीम को भी धन्यवाद दिया इसी के साथ यह कार्यक्रम समाप्त हुआ ।
















Saturday, November 26, 2022

Celebration of Constitution Day on 26 Nov 2022

                       संविधान दिवस

केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर में दिनांक 26 नवंबर 2022 को  संविधान दिवस मनाया गया,  इस कार्यक्रम मे विद्यालय के प्राचार्य श्री प्रदीप कुमार टेलर,  शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा विद्यार्थीयो ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थीयो के लिए प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया, माननीय प्राचार्य महोदय श्री प्रदीप कुमार टेलर जी ने बच्चों को संविधान दिवस के बारे में बहुत सारी जानकारी दी तथा प्रोग्राम को सुचारु रुप से करवानी वाली टीम को भी धन्यवाद दिया इसी के साथ यह कार्यक्रम समाप्त हुआ ।

Quiz on Constitution on 26 Nov 2022






Tuesday, November 22, 2022

Constitution Day in India (26 November 2022)

भारत में संविधान दिवस


भारत में 26 नवम्बर को हर साल संविधान दिवस मनाया जाता है, क्योंकि वर्ष 1949 में 26 नवम्बर को संविधान सभा द्वारा भारत के संविधान को स्वीकृत किया गया था जो 26 जनवरी 1950 को प्रभाव में आया। डॉ. भीमराव अम्बेडकर को भारत के संविधान का जनक कहा जाता है।



भारत की आजादी के बाद काग्रेस सरकार ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर को भारत के प्रथम कानून मंत्री के रुप में सेवा करने का निमंत्रण दिया। उन्हें 29 अगस्त को संविधान की प्रारुप समिति का अध्यक्ष बनाया गया। वह भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार थे और उन्हें मजबूत और एकजुट भारत के लिए जाना जाता है।

भारतीय संविधान का पहला वर्णन ग्रानविले ऑस्टिन ने सामाजिक क्रांति को प्राप्त करने के लिये बताया था। भारतीय संविधान के प्रति बाबा साहेब अम्बेडकर का स्थायी योगदान भारत के सभी नागरिकों के लिए एक बहुत मददगार है। भारतीय संविधान देश को एक स्वतंत्र कम्युनिस्ट, धर्मनिरपेक्ष स्वायत्त और गणतंत्र भारतीय नागरिकों को सुरक्षित करने के लिए, न्याय, समानता, स्वतंत्रता और संघ के रूप में गठन करने के लिए अपनाया गया था।

जब भारत के संविधान को अपनाया गया था तब भारत के नागरिकों ने शांति, शिष्टता और प्रगति के साथ एक नए संवैधानिक, वैज्ञानिक, स्वराज्य और आधुनिक भारत में प्रवेश किया था। भारत का संविधान पूरी दुनिया में बहुत अनोखा है और संविधान सभा द्वारा पारित करने में लगभग 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय ले लिया गया।

हम संविधान दिवस को क्यों मनाते है

भारत में संविधान दिवस 26 नवंबर को हर साल सरकारी तौर पर मनाया जाने वाला कार्यक्रम है जो संविधान के जनक डॉ भीमराव रामजी अम्बेडकर को याद और सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। भारत के लोग अपना संविधान शुरू करने के बाद अपना इतिहास, स्वतंत्रता, स्वतंत्रता और शांति का जश्न मनाते है।

संविधान दिवस भारत के संविधान के महत्व को समझाने के लिए प्रत्येक वर्ष 26 नवंबर के दिन मनाया जाता है। जिसमें लोगो को यह समझाया जाता है कि आखिर कैसे हमारा संविधान हमारे देश के तरक्की के लिए महत्वपूर्ण है तथा डॉ अंबेडकर को हमारे देश के संविधान निर्माण में किन-किन कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा।

आजादी के पहले तक भारत में रियासतों के अपने अलग-अलग नियम कानून थे, जिन्हें देश के राजनितिक नियम, कानून और प्रक्रिया के अंतर्गत लाने की आवश्यकता थी। इसके अलावा हमारे देश को एक ऐसे संविधान की आवश्कता थी। जिसमें देश में रहने वाले लोगों के मूल अधिकार, कर्तव्यों को निर्धारित किया गया हो ताकि हमारा देश तेजी से तरक्की कर सके और नयी उचाइयों को प्राप्त कर सके। भारत की संविधान सभा ने 26 जनवरी 1949 को भारत के संविधान को अपनाया और इसके प्रभावीकरण की शुरुआत 26 जनवरी 1950 से हुई।

भारत में संविधान दिवस कैसे मनाया जाता है

संविधान दिवस वह दिन है, जब हमें अपने संविधान के विषय में और भी ज्यादे जानने का अवसर प्राप्त होता है। इस दिन सरकारी तथा नीजी संस्थानों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। संविधान दिवस के दिन जो सबसे महत्वपूर्ण कार्य किया जाता है वह है लोगो को “भारत के संविधान के प्रस्तावना” की जानकारी देना, जिसके विषय में देशभर के विद्यालयों, कालेजों और कार्यलयों में समूहों द्वारा लोगो काफी आसान भाषा में समझाया जाता है।

इसके साथ ही विद्यालयों में कई तरह के प्रश्नोत्तर प्रतियोगिताएं, भाषण और निबंध प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है, जो भारत के संविधान और डॉ भीमराव अंबेडकर के उपर केंद्रित होती हैं। इसके साथ ही इस दिन कई सारे व्याख्यानों और सेमिनारों का भी आयोजन किया जाता है, जिनमें हमारे संविधान के महत्वपूर्ण विषयों के बारे में समझाया जाता है। इसी तरह कई सारे विद्यालयों में छात्रों के लिए वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें छात्रों द्वारा कई सारे विषयों पर चर्चा की जाती है।

हमारे विद्यलया पुस्तकालय द्वारा आज शाम (26.11.2020) चार बजे ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया जायेगा अतः आप इसमे जरुर भाग ले । सभी भाग लेने वाले प्रतिभागियों को विद्यलया द्वारा डिजिटल प्रमाण पत्र जारी किया जायेगा । 

धन्यवाद 

Quiz No 56 on Constitution Day

 

Saturday, November 19, 2022

Celebration of Sadbhavana Week 19 Nov. 2022

केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर में आज दिनांक 19 नवंबर 2022 को सदभावना सप्ताह (19 नवंबर से लेकर 25 नवंबर तक मनाया जाएगा) मनाने की शुरुवात की गई,  इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री चंद्र प्रकाश मीणा, आईआरएस ने मुख्य अथिति के रूप भाग लिया तथा इस कार्यक्रम में विधालय के  शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा विद्यार्थीयो ने भाग लिया । इस कार्यक्रम में विद्यार्थीयो के द्वारा विभिन्न  सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई । इस समारोह में श्री चंद्र प्रकाश मीणा जी ने बच्चों को भारतीय प्रशासनिक सेवा में आने के लिए कुछ टिप्स दिये  तथा अपने जीवन में किस तरह आगे बढ़ना चाहिए और किस तरह समाज देश के अंदर सांप्रदायिक सदभावना को बनाए रखना चाहिए तथा माननीय प्राचार्य महोदय श्री प्रदीप कुमार टेलर जी ने भी बच्चों को सांप्रदायिक सदभावना के बारे में बहुत सारी बातें बताई । अंत में श्रीमती आरती भंडारी, पीजीटी (हिंदी) ने कार्यक्रम को पर पधारे मुख्य अतिथि महोदय का धन्यवाद ज्ञापन किया और प्रोग्राम को सुचारु रुप से करवानी वाली टीम को भी धन्यवाद दिया इसी के साथ यह कार्यक्रम समाप्त हुआ ।

Monday, November 14, 2022

Children's Day (14 November 2022)

  बाल दिवस (14 नवम्बर)


हर वर्ष 14 नवम्बर को हम बाल दिवस के रूप में मानते हैं। 14 नवंबर को भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन मनाया जाता है जिसे बाल दिवस या Children’s Day के रूप में मनाया जाता है। पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से बहुत प्यार और लगाव था। बच्चे भी उन्हें उतना ही प्यार करते थे। वे हर वर्ष अपने जन्मदिन पर अनेक बच्चों से मिलते थे और उनके साथ ही अपना समय बिताते थे। इसी वजह से ही हर वर्ष 14 नवम्बर को पूरे देश में उत्साह के साथ बाल दिवस मनाया जाता है। वे बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय थे। 



देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बच्चों के प्रति प्रेम को देखते हुए उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूम में मनाया जाता है। हमारे देश में हर वर्ष 14 नवम्बर के दिन बाल दिवस का कार्यक्रम मनाया जाता है। इस दिन पंडित नेहरू के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। देश के प्रति समर्पण तथा अंतराष्ट्रीय राजनीति में उपलब्धियों को याद किया जाता है। बच्चे अपने स्कूलों के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। पंडित जवाहरलाल नेहरू को प्यार से सभी बच्चे चाचा नेहरू के नाम से सम्बोधित करते थे।

भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करते हुए भी पंडित नेहरू बच्चों से बहुत लगाव रखते थे। बच्चों के साथ समय बिताना उन्हें बहुत अच्छा लगता था। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए वर्ष 1956 से ही उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। पंडित नेहरू के अनुसार आज के बच्चे ही देश के भविष्य हैं इसलिए उन्हें प्यार और देखभाल की जरुरत होती है ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सके। उनका मन बहुत ही साफ़ होता है और कोई भी चीज़ बच्चों के मन में असर डालती है। इसलिए उनका विशेष ध्यान रखना जरुरी होता है।

देश का भविष्य बच्चे ही हैं। सभी बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। बच्चों के रहन – सहन का स्तर उठाना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल होना चाहिए। बाल दिवस पर केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा बच्चों के भविष्य के लिए कई तरह की योजनाओं की घोषणा की जाती है। देश के भावी निर्माताओं के लिए उनके विद्यालयों में भी कई तरह कके कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। नए कपडे, भोजन , किताबे इत्यादि प्रदान की जाती है। बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति भी जागरूक किया जाता है।

देश के हर छोटे बड़े स्कूलों में बाल दिवस मनाया जाता है। बच्चे अलग अलग तरह के कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं। गीत-संगीत, नृत्य, नाटक, चित्रकला के प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। बच्चे रंग-बिरंगे कपड़ों में सजे कार्यक्रमों की शोभा बढ़ाते हैं। बच्चों में पुरस्कार और मिठाईयां बाँटी जाती है। लेकिन अब कोरोना के कराण हम सब घर पर रह्कर यह सब काम करेंगे। इस दिन विशेष रूप से गरीब बच्चों को जरुरी सुविधाएँ पहुंचाने ,बाल श्रम और बाल शोषण जैसे गंभीर मुद्दों के बारे में अवश्य सोचना चाहिए। बच्चों के समग्र विकास को ध्यान में रखना चाहिए। तभी हम पंडित जवाहरलाल नेहरू को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं।

देश के प्रगति के हम है आधार, हम करेंगे चाचा नेहरु के सपने को साकार |

Friday, November 11, 2022

PIE OLYMPIC AT SMS STADIUM JAIPUR

पाई ओलंपिक खेल


राजस्थान पत्रिका द्वारा आयोजित पाई ओलंपिक खेलो का आयोजन  दिनांक 07 नवंबर 2022 से शुरू होकर 12 नवंबर 2022 तक सवाई मान सिंह स्डेडियम, जयपुर मे किया गया ।  जिसमे केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर की वालीबाल टीम (U-18, Boys) ने भाग लिया, जिनका  फाइनल मुकाबला दिनांक १० नवंबर 2022 को सेंट सोल्जर पब्लिक स्कूल, जयपुर  के बीच  खेला गया जिसमें केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2, जयपुर  की टीम  विजयी रही । पुरुस्कार वितरण समारोह दिनांक १२ नवंबर 2022 को सवाई मान सिंह स्डेडियम, जयपुर मे किया जायेगा ।


केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2, जयपुर की वालीबाल टीम 






Saturday, October 29, 2022

Demonstration on Disaster Management by SDRF, Gadota Jaipur on 29.10.2022

आपदा प्रबंधन 


केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर मे दिनांक 29 अक्टूबर 2022 को एसडीआरएफ, गाडोता, जयपुर के कमांडेंट श्री राजकुमार गुप्ता (IPS) के निर्देशानुसार एच कम्पनी जयपुर के श्री रमेश चंद, प्लाटून कमांडर के नेतृत्व मे गठित टीम मे श्री राम  कुंवार, हैड कांस्टेबल  की अगुवाई मे प्राकृतिक आपदाओं तथा प्राथमिक उपचार के मैंनेजमेंट के बारे मे विद्यालय मे विस्तार से बताया  तथा अपनी टीम के द्वारा प्रदर्शन करके भी दिखाया गया जिसमे प्राकृतिक आपदाओं बाढ, भूकंप, अग्निकांड, गैस सिलेंडर मे लगी आग को रोकना, जहरीली गैसों के रिसाव, बडी सड़क दुर्घटनाओं , रेल हादसों , हवाई दुर्घटनाओं, बडी बिल्डिंगें, पुलों के ढहने, चक्रवात, सूखा, बाढ़, सुनामी, ओलावृष्टि, भूस्खलन, हिमस्खलन, बादल फटना, कीट हमला, पाला और शीत लहरो के बारे मे बताया। राज्य सरकार ने वर्ष 2012 के बजट में एसडीआरएफ बनाने की घोषणा की थी।  रावतभाटा में न्यूक्लियर रिसाव होने पर बचाव राहत कार्य के लिए प्रदेश में एसडीआरएफ का गठन किया गया था।

एसडीआरएफ टीम के द्वारा एक प्रर्दशनी का भी आयोजन किया गया जिसमे आपदा के दोरान बचाव एव राहत कार्य मे आने  वाले समस्त उपकरणो के बारे मे भी विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओ तथा शिक्षक-शिक्षिकाओ को जानकारी दी ।  विद्यालय के उप प्राचार्य  श्री बी. एस. राठौड़ तथा अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओ एवं विद्यालय के छात्र-छात्राओ ने भाग लिया । इस प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिये उप प्राचार्य ने एच कम्पनी, एसडीआरएफ, गाडोताजयपुर के द्वारा प्रस्तुत किये गये जन जागरुकता अभियान के इस कार्यक्रम के लिये आभार व्यक्त किया । जिसकी कुछ तस्वीरे नीचे दी जा रही है ।

Thursday, October 27, 2022

National Unity Day (31 October 2022)

                                               राष्ट्रीय एकता दिवस


राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के रूप में मनाया जाता है। भारत में वर्ष 2014 में पहली बार राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया गया। भारत की गणना विश्व के सबसे बड़े देशों में से एक के रूप में की जाती है जो कि पूरे विश्व में दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है, जहाँ 1652 के आसपास भाषाऍ और बोलियाँ बोली जाती है। यह देश दुनिया के सभी प्रमुख धर्मों को जैसे हिंदू, बौद्ध, ईसाई, जैन, इस्लाम, सिख और पारसी धर्मों को विभिन्न संस्कृति, खानपान की आदतों, परंपराओं, पोशाकों और सामाजिक रीति-रिवाजों के साथ शामिल करता है। यह जलवायु में काफी अन्तर के साथ एक विविधतापूर्ण देश है। देश में प्रमुख भिन्नता होने के बाद भी, इसका प्रत्येक भाग एक ही संविधान द्वारा बहुत शांति के साथ नियंत्रित है।


एकता का महत्त्व 
एकता में सबसे बड़ा बाधक स्वहित हैं आज के समय में स्वहित ही सर्वोपरि हो गया है। आज जब देश आजाद हैं आत्म निर्भर हैं तो वैचारिक मतभेद उसके विकास में बेड़ियाँ बनी पड़ी हैं। आजादी के पहले इस फुट का फायदा अंग्रेज उठाते थे और आज देश के सियासी लोग। देश में एकता के स्वर को सबसे ज्यादा बुलंद स्वतंत्रता सेनानी लोह पुरुष वल्लभभाई पटेल ने किया था। वे उस सदी में आज के युवा जैसी नयी सोच के व्यक्ति थे। वे सदैव देश को एकता का संदेश देते थे। उन्हीं को श्रद्धांजलि देने हेतु उनके जन्म दिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता हैं।

एकीकरण में सरदार पटेल की भूमिका 

स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद क़रीब पाँच सौ से भी ज़्यादा देसी रियासतों का एकीकरण सबसे बड़ी समस्या थी। 5 जुलाई 1947 को सरदार पटेल ने रियासतों के प्रति नीति को स्पष्ट करते हुए कहा कि ‘रियासतों को तीन विषयों – सुरक्षा, विदेश तथा संचार व्यवस्था के आधार पर भारतीय संघ में शामिल किया जाएगा।’ धीरे धीरे बहुत सी देसी रियासतों के शासक भोपाल के नवाब से अलग हो गये और इस तरह नवस्थापित रियासती विभाग की योजना को सफलता मिली। भारत के तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारतीय संघ में उन रियासतों का विलय किया था जो स्वयं में संप्रभुता प्राप्त थीं। उनका अलग झंडा और अलग शासक था। सरदार पटेल ने आज़ादी के ठीक पूर्व (संक्रमण काल में) ही पी.वी. मेनन के साथ मिलकर कई देसी राज्यों को भारत में मिलाने के लिये कार्य आरम्भ कर दिया था। पटेल और मेनन ने देसी राजाओं को बहुत समझाया कि उन्हें स्वायत्तता देना सम्भव नहीं होगा। इसके परिणामस्वरूप तीन को छोडकर शेष सभी राजवाडों ने स्वेच्छा से भारत में विलय का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। 15 अगस्त 1947 तक हैदराबाद, कश्मीर और जूनागढ़ को छोड़कर शेष भारतीय रियासतें ‘भारत संघ’ में सम्मिलित हो गयीं। जूनागढ़ के नवाब के विरुद्ध जब बहुत विरोध हुआ तो वह भागकर पाकिस्तान चला गया और जूनागढ़ भी भारत में मिल गया। जब हैदराबाद के निजाम ने भारत में विलय का प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया तो सरदार पटेल ने वहाँ सेना भेजकर निजाम का आत्मसमर्पण करा लिया।

‘रन फॉर यूनिटी’ 

2014 के बाद से 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के बारे में जागरूकता बढ़ाने और महान व्यक्ति को याद करने के लिए राष्ट्रव्यापी मैराथन का आयोजन किया जाता है। इस दिवस के साथ देश की युवा पीढ़ी को राष्ट्रीय एकता का सन्देश पहुँचता है, जिससे आगे चलकर वे देश में राष्ट्रीय एकता का महत्व समझ सकें। इस मौके पर देश के विभिन्न स्थानों में कई कार्यक्रमों का आयोजन होता है। दिल्ली के पटेल चौक, पार्लियामेंट स्ट्रीट पर सरदार पटेल की प्रतिमा पर माला चढ़ाई जाती है। इसके अलावा सरकार द्वारा शपथ ग्रहण समारोह, मार्च फ़ास्ट भी की जाती है। ‘रन फॉर यूनिटी’ मैराथन देश के विभिन्न शहरों, गाँव, जिलों, ग्रामीण स्थानों में आयोजित की जाती है। स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, अन्य शैक्षणिक संसथान, राष्ट्रीय कैडेट कोर, राष्ट्रीय सेवा योजना के लोग बहुत बढ़ चढ़ कर इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते है।

राष्ट्रीय एकता में बल है अपार, चलो हाथ मिलाये बाटे प्यार।

सच्चे मायनों में तभी होगी देशभक्ति, जब एक होकर हम दिखायें एकता की शक्ति ।

हमारी एकता हमारी पहचान है, तभी तो हमारा देश महान है । 

Saturday, October 22, 2022

Inter House Dance Competition (22.10.2022)

इंटर हाउस समूह नृत्य प्रतियोगिता 


केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर मे दिनांक 22 सितंबर  2022 को इंटर हाउस समूह नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे सदन के सभी प्रतिभागियो ने जोश के साथ भाग लिया। जिसमे प्रथम स्थान पर टैगोर हाउस, दूसरे स्थान पर रमन तथा तीसरे स्थान पर अशोका सदन रहे। कार्यक्रम मे विधालय के  प्राचार्य  श्री   प्रदीप कुमार  टेलर, शिक्षक-शिक्षिकाए  तथा विद्यालय छात्र-छात्राए उपस्थित रहे ।  प्राचार्य  ने बच्चो तथा स्टाफ के सदस्यो  को दीपावली की शुभकामनाए दी 

Tuesday, October 18, 2022

Annual Supervision of KV No 2 Jaipur (18.10.2022)

केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर मे दिनांक 18 अक्टूबर 2022 को माननीय सहायुक्त आयुक्त श्री डी.आर. मीना, जयपुर सम्भाग की अध्यक्षता मे वार्षिक शैक्षिक निरीक्षण किया गया जिसमे अन्य स्कूलो से आये प्राचार्यो, उप प्राचार्यो तथा प्रधानाचार्यो ने विद्यालय का  निरीक्षण किया । प्राचार्य  श्री   प्रदीप कुमार टेलर ने सभी का जोरदार स्वागत किया। श्री डी. आर. मीना, सहायुक्त आयुक्त, जयपुर सम्भाग ने प्राथना सभा मे सभी को सम्बोधित किया ।  







Release of Library e-Magazine


Sunday, October 16, 2022

International Day for the Eradication of Poverty (17 Oct. 2022)

 अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस 


विश्व स्तर पर 17 अक्टूबर को “विश्व गरीबी उन्मूलन दिवस” जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। हर साल, 17 अक्टूबर को, गरीबी उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day for the Eradication of Poverty) पर, दुनिया भर में लोग गरीबी में रहने वालों को सुनने और गरीबी को समाप्त करने के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए इकट्ठा होते हैं। विश्व भर के साथ-साथ हमारे देश में भी गरीबी की समस्या बहुत बड़े पैमाने पर बढ़ रही है, यह गरीबी अन्य गंभीर समस्याओं को जन्म देती है जिससे देश का विकास बाधित होता है। 


गरीबी उन्मूलन अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2022 की मुख्य थीम 
 “व्यवहार में सभी के लिए गरिमा” 

आज हम आधुनिक तकनीकी युग और विश्व शक्ति की बात करते है, लेकिन आज भी अस्पताल से एम्बुलेंस के लिए पैसे के अभाव में लोग अपने परिजनों के शव कंधे पर ढोकर ला रहे, दुर्गम और पिछड़े इलाकों में आज भी मासूम बच्चे नदी-नाले, जंगल, उबड़-खाबड़ रास्तों को पार करके स्कूल जा रहे, कई ग्रामीण महिलाएं पानी के लिए रोज लंबा सफर तय करती है, आज भी हमारे देश के कई ग्रामीण इलाकों में आधारभूत चिकित्सा सेवाओं के अभाव में आपातकालीन समय में जिंदगियां दांव पर लग जाती है, आज भी कई असहाय लोग सड़क किनारे कचरे के ढेर में से खाना ढूंढते नजर आते है, मासूम बच्चें भूख-भूख करते हुए जान गवाने और गरीबी में कई मां अपनी कोख के मासूम को बेचने को मजबूर होने जैसी कई ऐसी हृदय विदारक घटनाएं खबरों के माध्यम से देखने-सुनने पढ़ने मिलती है। गरीबी में जीवन का संघर्ष मनुष्य को किस रास्ते पर ले जाये, कह नहीं सकते। गरीबी में जिंदगी के लिए मनुष्य को बहुत बार ऐसी मजबूरियों से गुजरना पड़ता है, जिसके लिए वह कभी सोच नहीं सकता।

दिन का इतिहास

इस वर्ष, महासभा द्वारा 22 दिसंबर 1992 के संकल्प 47/196 में, 17 अक्टूबर को गरीबी उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित घोषणा की 27वीं वर्षगांठ है। इस वर्ष फादर जोसेफ व्रेसिंस्की (Joseph Wresinski) द्वारा कॉल टू एक्शन की 32 वीं वर्षगांठ भी है – जिसने 17 अक्टूबर को अत्यधिक गरीबी पर काबू पाने के लिए विश्व दिवस के रूप में मनाने के लिए प्रेरित किया – और संयुक्त राष्ट्र द्वारा उस दिन को अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस के रूप में मान्यता दी गई।

Friday, October 14, 2022

World Student Day (15 October 2022)

विश्व विद्यार्थी दिवस 


विश्व विद्यार्थी दिवस हर वर्ष 15 अक्टूबर के दिन मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र ने 2010 से प्रत्येक वर्ष 15 अक्टूबर के दिन मनाने की घोषणा की हैं| डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी सभी विद्यार्थियों के लिए एक आदर्श के रूप में थे| डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का मानना था कि छात्र-छात्राएं ही आने वाले समय में देश को तरक्की की ओर ले जा सकते हैं| इसलिए हर साल डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के जन्म दिवस पर यह दिन मनाया जाता है|


डॉ एपीजे अब्दुल कलाम सभी वर्गों और जाति के छात्रों के लिए एक प्रेरक और एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाते थे. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी का छात्र जीवन एक काफी चुनौतीपूर्ण था, और उनके जीवन में उन्होंने कई तरह के कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना किया. इसके अलावा अपने बचपन में वह परिवार और खुद के भरण-पोषण के लिए अखबार बेचा करते थे. लेकिन इसके बावजूद वह अपनी पढ़ाई के प्रति इच्छा शक्ति के कारण वह अपने जीवन में हर तरह की परेशानियों चुनौतियां को पार करने में सफल रहते थे. इन्होंने अपने जीवन काल में भारत के राष्ट्रपति जैसे बड़े संवैधानिक को प्राप्त किया, तथा अपने वैज्ञानिक और राजनीतिक जीवन के दौरान भी डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने खुद को एक शिक्षक ही माना था. वह हमेशा छात्रों को संबोधित करना ही उनका सबसे प्रिय कार्य था|

डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम को मिसाइल मैन के नाम से भी जाना जाता है. उनका अर्थव्यवस्था, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र मे दिए गए योगदान को देखते हुए यह निर्णय लिया गया था. वैज्ञानिक तथा राजनेता होने के साथ ही डॉ एपीजे अब्दुल कलाम एक परिश्रमी शिक्षक भी थे.  वह जो भी भाषण देते थे वह सभी लोगों को प्रभावित करता था. अब्दुल कलाम हर एक विद्यार्थी के लिए आदर्श की प्रतिमा थे और आज भी है. हर एक विद्यार्थी के लिए प्रेरक और मार्गदर्शक की भूमिका वह निभाया करते थे|

उनको इस बात से कोई भी मतलब नही था की वह विद्यार्थी कौन से वर्ग या जाति से संबंध रखता है. अपने सम्पूर्ण जीवनकाल में उनका जीवन अनेक कठिनाइयों और चुनौतियों से भरा था जिसके कारण उनके विद्यार्थी जीवन का सफर बिलकुल भी आसान नहीं था|

Thursday, October 13, 2022

SEMINAR CONDUCTED ON WORLD POSTAL DAY (13.10.2022)

A seminar was conducted on World Postal Day and National Postal Week Celebration 2022 in Kendriya Visyalaya No 2 Jaipur Cantt. In this session a brief lecture was delivered by Subedar Girish Joshi from Army Post Office, Jaipur Cantt. In this session Mr. Pradeep Kumar Tailor, Principal, Teachers and Students were participated. Some Photographs are here:-








    

Wednesday, September 28, 2022

Bhagat Singh Jayanti (28 Sep 2022)

शहीद भगत सिंह जयंती


आज 28 सितंबर को शहीद भगत सिंह की 115वीं जयंती मनाई जा रही है. आज ही के दिन 1907 में शहीद भगत सिंह (Bhagat Singh) का जन्म पाकिस्तान के लायलपुर, पंजाब में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है. उनके मां का नाम विद्यावती और पिता का नाम किशन सिंह है. मात्र 23 वर्ष की छोटी सी उम्र में वह देश की आजादी के लिए फांसी पर झूल गए थे. भगत सिंह युवा पीढ़ी के लिए हमेशा प्रेरणा के श्रोत रहे हैं |

भगत सिंह का जन्म एक सिख परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम सरदार किशन सिंह और माता का नाम विद्यावती कौर था। यह एक किसान परिवार से थे। 13 अप्रैल 1919 को हुए अमृतसर में जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड ने भगत सिंह की सोच पर गहरा असर डाला था। इसका प्रभाव यह हुआ कि ये लाहौर के नेशनल कॉलेज़ की पढ़ाई छोड़कर नौजवान भारत सभा की स्थापना की। यह सभा भारत की आज़ादी के लिए कार्य करने लगी, इन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए चन्द्रशेखर आजाद व पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर ब्रिटिश सरकार से मुक़ाबला किया। पहले इन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर लाहौर में सैंडर्स की हत्या की और फिर उसके बाद दिल्ली की केन्द्रीय संसद (सेण्ट्रल असेम्बली) में बम-विस्फोट किया। केन्द्रीय संसद में ब्रिटिश साम्राज्य के विरुद्ध खुले विद्रोह की घोषणा की। 

Monday, September 26, 2022

World Tourism Day (27 September 2022)

 विश्व पर्यटन दिवस


अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हर साल 27 सितंबर को दुनियाभर में टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विश्व पर्यटन दिवस (World Tourism Day) मनाया जाता है, इसकी शुरुआत UNWTO ने वर्ष 1979 में की थी जिसके बाद 27 सितंबर 1980 को पहला वर्ल्ड टूरिज्म डे मनाया गया।


 विश्व पर्यटन दिवस 2022 की थीम 

पर्यटन पर पुनर्विचार (Rethinking Tourism) 

इस साल 2022 में 42वां पर्यटन दिवस 27 सितम्बर को मंगलवार के दिन Rethinking Tourism थीम के साथ मेजबान देश बाली, इंडोनेशिया में आयोजित किया जा रहा है। पिछले कुछ सालों से वैश्विक महामारी कोरोनावायरस/कोविड-19 के चलते पर्यटकों पर आश्रित देशों की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है, और इससे जुड़े लोगों की आजीविका पर इसका सीधा असर पड़ा है। ऐसे में यह दिवस मनाना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।

वर्ष 1980 से ही हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है इसकी स्थापना वर्ष 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संस्था (UNWTO) द्वारा की गई थी, जो वर्ष 1970 में यूनाइटेड नेशन वर्ल्ड टूरिज़्म ओर्गेनाइजेशन (UNWTO) के संविधान को स्वीकारे जाने की तारीख को दर्शाता है। जिसके बाद वर्ष 1976 में UNWTO की स्थापना हुई जिसका मुख्यालय मेड्रिड, स्पेन में है।

वर्ष 1979 में पर्यटन के बढते रुझान को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संस्था (UNWTO) ने 1980 से हर वर्ष 27 सितंबर को वर्ल्ड टूरिज्म डे मनाने का फैसला किया गया था। जिसका मकसद लोगों को पर्यटन के प्रति प्रोत्साहित करना और इसका महत्व बताना था।

विश्व पर्यटन दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यटन के महत्व को समझाना, इसके प्रति लोगों को जागरूक करना और अधिक से अधिक लोगों को पर्यटन उद्योग से जोड़ना है।

इसके साथ ही विदेशी पर्यटकों को अपने देश आने के लिए प्रोत्साहित या आकर्षित करना तथा पर्यटन से अपने देश की आर्थिक स्थिति मजबूत करना भी इसका मक़सद हो सकता है।

वर्ल्ड टूरिज़्म डे विश्वभर के लोगों को यह बात भी समझाने के लिए मनाया जाता है कि किस प्रकार कोई देश पर्यटन की मदद से उसकी सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक स्तिथि को ऊपर ले जाने और उबारने में सहायता प्रदान करता है।

प्रत्येक वर्ष यह दिवस एक खास थीम पर आधारित होता है, इस साल विश्व पर्यटन दिवस 2022 की थीम ‘पर्यटन पर पुनर्विचार’ (Rethinking Tourism) है। जो महामारी के बाद पर्यटन उद्योग में हुए बदलाव पर पुनर्विचार करने को प्रेरित करता है।

Friday, September 23, 2022

International Deaf Day (23 Sep. 2022)

विश्व बधिर दिवस 2022

हर साल 23 सितंबर को इंटरनेशनल डे ऑफ साइन लैंग्वेजेस को दुनिया भर के बधिर लोगों द्वारा प्रयोग में लाइन जाने वाली सांकेतिक भाषा के साथ-साथ विश्व की अन्य सांकेतिक भाषाओं के लोगो के जीवन में योगदान और महत्व को प्रदर्शित करने के लिए मनाया जाता है।

 कक्षा 1 से 5 तक के छात्र-छात्राओ के लिए :-

 कक्षा 6 से 8 तक के छात्र-छात्राओ के लिए :-

 कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राओ के लिए :-

 

Tuesday, September 20, 2022

International Day of Peace (21 Sep 2022)

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस


दुनियाभर के लोगों में परस्पर प्रेम की भावना और मानवता को संजोए रखने के लिए हर साल 21 सितंबर के दिन अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस मनाया जाता है. इस दिन दुनियाभर के लोगों में जागरुकता फैलायी जाती है कि हम एक दूसरे के दुश्मन नहीं हैं. इस दिवस को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य दुनियाभर के देशों के बीच शांति को बढ़ावा देने और आपसी विवाद को समाप्त करने के लिए किया जाता है |


अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस 2022 की थीम
 "जातिवाद खत्म करें, शांति का निर्माण करें"

Monday, September 19, 2022

हिंदी भाषा एवं साहित्य पुस्तक प्रर्दशनी (19.09.2022)


हिंदी  भाषा एवं साहित्य पुस्तक प्रर्दशनी 


केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर के पुस्तकालय मे दिनांक 19 सितम्बर 2022 को हिंदी  भाषा एवं साहित्य पुस्तक प्रर्दशनी का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन विद्यालय के प्राचार्य  श्री प्रदीप कुमार टेलर ने किया तथा अथिति के रूप मे ब्रगेडियर एच. एस. पिलखवाल मौजूद रहे, कार्यक्रम  मे  श्री  बी.  एस. राठौड़,  उप प्राचार्य,  श्रीमती  मधु रितु, प्रधानाध्यापिका, श्री महैद्र कुमार भूकर,  पुस्तकालयध्यक्ष तथा अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओ एवं विद्यालय के छात्र-छात्राओ ने भाग लिया । 

Saturday, September 17, 2022

KVS Digital Books

Digital Books Uploaded on KVS HQ Website


Digital books from various fields useful to teaches and all stake holders of KVS have been made available to all the website of KVS (HQ) under "Academic Resource". The list of books uploaded currently on the websites are given below:-

1     Toy-Based Pedagogy

2     Shiksha Shabdkosh

3     The first Foundational Literacy and Numeracy Benchmarking survey report of India 

4     PRASHAST-Disability Screening Checklist for school

5    Early Identification and Intervention for Mental Health Problems in school going children and                  adolescents.

6     Mental Health and Well-being of School Students.


To Read the above Books, Please click here

Wednesday, September 14, 2022

केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर मे हिन्‍दी दिवस मनाया गया ।

हिन्‍दी दिवस (हिन्‍दी पखवाड़ा)

केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर मे दिनांक 14 सितंबर  2022 को हिंदी दिवस (हिन्‍दी पखवाड़ा) मनाया गया जिसमे विद्यालय के  प्राचार्य   श्री   प्रदीप कुमार  टेलर, प्रधानाचार्या  श्रीमती मधु रितु, शिक्षक-शिक्षिकाओ तथा विद्यालय छात्र-छात्राओ ने भाग लिया ।  प्राचार्य  ने हिन्‍दी का महत्व तथा उपयोगिता के बारे मे विस्तार से बताया,  श्रीमती  शरद जैन ने हिन्‍दी कविता तथा श्रीमती राजमा धायल सिहाग ने हिन्‍दी भाषा का उद्भव, विकास और इतिहास के बारे मे विस्तार से बताया ।  प्राथमिक शिक्षक श्री चेतन लाल रैगर ने भी हिन्‍दी के बारे मे विस्तार से बताया ।

Tuesday, September 13, 2022

KVS Work Experience Books

The following Books for WET were prepared by KVS RO Delhi Region which will be beneficial for students to enhance their knowledge in daily life. To read these books please click on the following links:-

For Class 6 (Skill Learning)


For Class 7 (Skill Learning)


For Class 8 (Skill Learning)



Monday, September 12, 2022

हिन्दी दिवस (14 सितंबर 2022)

 हिन्दी दिवस


विविधताओं से समृद्ध हमारे भारत देश को एक अन्य चीज भी अनोखा बनाती है, जो है यहां पर बोलचाल की भाषाएं। दुनिया की सबसे प्राचीन माने जाने वाली भाषाओं में से एक संस्कृत के पश्चात भारत में हिंदी एक प्रसिद्ध भाषा है। गौरतलब है कि हिंदी दिवस को हिंदी पखवाड़ा भी कहा जाता है।



Sunday, September 11, 2022

Grandparents Day (11 September 2022)

GRAND PARENTS DAY 2022


ग्रैंड  पेरेंट्स  डे  इस साल 11 सितंबर 2022 को पड़ रहा है. मदर्स डे और फादर्स डे की तरह ये दिन भी हमारा भी पूरा दिन अपने दादा-दादी को समर्पित है. दादा-दादी और बच्चों का एक विशेष संबंध होता है जो यह साबित करता है कि दादा-दादी दोनों लंबे समय तक जीवित रहते हैं और बच्चों को भावनात्मक रूप से अधिक फ्लेसिबिल भी बनाते हैं | ग्रैंड पेरेंट्स डे (Grand Parents Day) उस संबंध को संजोने और एक साथ कुछ क्वालिटी फेमिली टाइम बिताने का अवसर है |


दादा-दादी, नानी-नानी का दिन। दादा-दादी बच्चों की लाइब्रेरी हैं, तो कभी उनका गेम सेंटर। ये अच्छे टीचर हैं तो कभी उनका सपोर्ट करने वाले व्यक्ति भी। वे हमारे घरों में सबसे अनुभवी होते हैं। इसलिए जिन्दगी जीने के जितने तरीके वो आपको बताते हैं कोई नहीं बता सकता। आज हमारे दादा-दादी को कुछ नहीं चाहिए, बस अपने बच्चों का थोड़ा समय चाहते हैं वो। वे भी हमारी पीढ़ी के साथ चलने की कोशिश करना चाहते हैं। उन्हें आदर-सम्मान और अपने बच्चों के साथ वक्त बिता पाएं, इसी उद्देश्य के साथ दुनियाभर में गै्रैंड पैरेंट्स डे मनाया जाता है।

ये है ग्रैंड पैरेंट्स डे की कहानी

अमेरिका में मैरियन मैकुडे नाम की एक दादी रहीं थी, जिनके 43 ग्रैंडचिल्ड्रन थे। वे चाहती थीं कि ग्रैंड पैरेंट़्स और ग्रैंड चिल्ड्रन की बीच संबंध अच्छे हों, वे साथ में समय बिताएं, इसके लिए उन्होंने 1970 में एक अभियान छेड़ा। वे इस दिन को नेशनल हॉलीडे बनाना चाहती थीं, ताकि सभी बच्चे अपने दादा-दादी, नाना-नानी के साथ समय बिताएं और उनके बीच जनरेशन गैप खत्म हो। 9 साल तक उन्होंने ये अभिायान चलाया, जिसके अमेरिका के तत्कालीन प्रेसिडेंट जिमी कार्टर ने 1979 को 1 अक्टूबर के दिन ग्रैंड पैरेंट्स डे घोषित किया। सबसे पहले एज यूके नाम की एक चैरिटी ने 1990 में ग्रैंड पैरेंट्स डे मनाया था।

बच्चों के लिए सबसे प्रिय उनके दादा दादी होते हैं। दादा दादी हर परिवार की आधारशिला होते हैं। अपने जीवन में उन्होंने जो अनुभव प्राप्त किया है, उसी के अनुसार वे हमें ज़िंदगी जीने का तरीका सिखाते हैं। हम सभी लोग अपने दादा दादी को सदैव खुश रखना चाहते हैं। भारत में आजकल अनेक डे मनाए जाते हैं जिसमें एक ग्रैंड पेरेंट्स डे (Grand Parents Day ) भी मनाया जाता है। इस साल भारत में 11 सितंबर 2022 को ग्रैंड पेरेंट्स डे मनाया जाएगा। अपने दादा-दादी को सम्मान देने के लिए ये दिन मनाया जाता है। 

माता – पिता का तो सर पर बस हाथ है काफी,
पर दादा-दादी की तो सिर्फ दुआ ही है काफी।

Tuesday, September 6, 2022

Exclusive Session for Parents 𝙆𝙔𝘾 (Know Your Child) With Pradeep Kumar Tailor, Principal KV No 2 Jaipur

This session was conducted by India's famous motivational Speaker Mr. Tarun Sharma with Mr. Pradeep Kumar Tailor, Principal Kendriya Vidyalaya No 2 Jaipur. This is a wonderful session in which sir has explained a lot of things about Student, Parents & Teachers role in a student life. To see this video click on below photo:-


To See This Session Please Click Here

National Youth Festival (NYF) 2025 The Viksit Bharat Young Leaders Dialogue is a transformative reimagining of the National Youth Festival (...