Monday, February 24, 2025

Regional Sports Control Board Meeting on 24 Feb 2025 in KV No 2 Jaipur

जयपुर संभाग की संभागीय खेलकूद नियंत्रण बोर्ड  की बैठक 


पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर में संभागीय खेलकूद नियंत्रण बोर्ड 2025 – 26 की बैठक का आयोजन दिनांक 24.02.25 को  हुआ। जिसमें बोर्ड के अध्यक्ष उपायुक्त महोदय डॉ अनुराग यादव ने बैठक की  अध्यक्षता की। बैठक में संभाग के  सहायक आयुक्त श्रीमती इंदिरा मुद्ग़ल,श्री माधो सिंह, श्री विकास गुप्ता( सदस्य सचिव )एवं श्री ए ए इसराइल उपस्थित रहे । संभागीय कार्यालय से वित्त अधिकारी श्री संजय कुलश्रेष्ठ (कोषाध्यक्ष), विभिन्न विद्यालयों के लगभग 12 प्राचार्य एवं लगभग 19 खेलकूद शिक्षकों  ने भाग लिया । बैठक का  अतिथेय स्थल प्राचार्य श्री प्रदीप कुमार टेलर द्वारा किया गया । बैठक का प्रारंभ अतिथियों के  स्वागत गीत एवं स्वागत भाषण द्वारा किया गया । कार्यक्रम के प्रारंभ में विद्यालय प्राचार्य श्री प्रदीप कुमार टेलर ने  स्वागत करते हुए  हरित पौध प्रदान की एवं स्वागत  भाषण करते हुए पदाधिकारियों के अतिथ्य अवसर देने के लिए खुशी व्यक्त की ।  

संभागीय खेलकूद नियंत्रण बोर्ड की बैठक प्रतिवर्ष नवीन सत्र शुरू होने से पहले सत्र में होने वाली संकुल, संभाग , राष्ट्रीय एवं एस.जी.एफ.आई स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए  कार्य  योजना तैयार कर प्रतियोगिताओं के लिए विभिन्न स्तरों पर इससे जुड़ी समस्याओं ,सुझाव आदि पर विचार किया जाता है इस बैठक में आगामी सत्र में खेलकूद संबंधी गतिविधियों के लिए चर्चा करते हुए अनेक निर्णय लिए गए । संभाग के उपायुक्त ने बैठक के प्रारंभ में विगत वर्ष में खेलकूद में जयपुर संभाग द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु सभी को बधाई देते हुए इस वर्ष भी वैसा ही प्रदर्शन करने का आव्हान किया । आर. एस.सी. बी के सदस्य सचिव विकास गुप्ता ने विगत वर्ष ; संभाग के  सर्वोच्च प्रदर्शन के लिए प्राचार्य एवं खेल शिक्षकों   का आभार किया । खेल शिक्षकों की ओर से डॉ शेख शरिक अहमद (संभागीय खेलकूद प्रकोष्ठ प्रभारी)  ने बैठक का संचालन करते सभी खेल शिक्षकों का पक्ष रखा । बैठक 

के अंत में स्थल प्राचार्य प्रदीप कुमार टेलर में उपस्थित सभी गणमान्य का आभार व्यक्त किया ।





















Celebration of Science Week on 24 Feb 2025

विज्ञान सप्ताह  मनाया गया


पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर में दिनांक 24 फरवरी 2025 को विज्ञान सप्ताह  का उद्घाटन किया गया । केंद्रीय विद्यालय संगठन जयपुर संभाग के उपायुक्त डॉ.अनुराग यादव ने इस  कार्यक्रम का उद्घाटन किया ।  इस अवसर पर केंद्रीय विद्यालय संगठन के सहायक आयुक्त श्रीमती इंदिरा मुद्गगल, श्री माधो सिंह, श्री विकास गुप्ता, श्री ए ए इजराइल, विद्यालय के प्राचार्य श्री पी के टेलर, उप प्राचार्य श्री बी एस राठौर  तथा अन्य अध्यापकगण और विद्यार्थी सभी मौजूद रहे ।  इस कार्यक्रम में इस विद्यालय के लगभग 1500 विद्यार्थियों ने भाग लिया इसे बच्चों को काफी कुछ सीखने को मिला ।







Rajasthan Patrika 25 Feb 25


Friday, February 21, 2025

Celebration of International Matrubhasha Divas 21 Feb 2025 in PM Shri KV No 2 Jaipur

 अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस


21 फरवरी को हर साल अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस linguistic and cultural diversity और multilingualism को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। दुनिया भर में, लोग और संगठन international mother language day को सोशल मीडिया पोस्ट, कार्यशालाओं और विभिन्न आयोजनों के साथ मनाते हैं ताकि दिन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके।एक भाषा Communication के साधन से कहीं अधिक है। भाषा, विशेष रूप से हमारी Mother Tongue , हमारी Cultureका एक अनिवार्य हिस्सा है। कुछ लोगों का मानना है कि हमारी भाषा में दुनिया के बारे में हमारी धारणाओं को बदलने की ताकत है।

पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर में दिनांक 21 फरवरी 20925 को मातृभाषा दिवस मनाया गया जिसमें विद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा सभी भाषाओं में एक नाटक का प्रस्तुतीकरण किया गया विद्यालय के अध्यापक श्री यादराम बैरवा ने बच्चों को मातृभाषा दिवस के महत्व के बारे में बताया विश्व तथा भारत में कितने तरह की भाषाएं बोली जाती हैं उनके बारे में विस्तार से बताया विद्यालय के प्राचार्य श्रीमान पी.के. टेलर ने बच्चों को इस दिवस के विशेषता के बारे में बताया तथा विशेष कर राजस्थान में कितनी तरह की भाषा और बोलियां बोली जाती हैं जिनमें से काफी बोलियां बोलकर बच्चों को सुनाई और सब बच्चों को प्रेरणा दी कि अपनी मातृभाषा में बात करें और उसका रोजमर्रा की कार्यों में पालन करें ।  सभी अध्यापक गण तथा बच्चों ने इस प्रोग्राम का आनंद लिया इसी के साथ यह कार्यक्रम समाप्त हुआ ।















Saturday, February 15, 2025

Celebration of Grad Parents Day on 15 Feb 2025 in PM Shri KV No 2 Jaipur

 दादा-दादी, नाना-नानी दिवस मनाया गया 


जयपुर, 15 फरवरी 2025: पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय नंबर 2, जयपुर में दादा-दादी, नाना-नानी दिवस का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों ने अपने दादा-दादी और नाना-नानी के साथ खास पल साझा किए। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों के स्वागत और दीप प्रज्वलन से हुई। कार्यक्रम में छात्रों ने स्वागत गीत, नृत्य और नाटक की मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। विशेष रूप से कक्षा 1 और 2 के छात्रों द्वारा प्रस्तुत नाटक और नृत्य ने सभी का मन मोह लिया। इसके अलावा, दादा-दादी के लिए विशेष खेल आयोजित किए गए, जिसमें उन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

मुख्य अतिथि के रूप में प्राचार्य श्री पी.के. टेलर ने इस अवसर पर अपने विचार साझा किए और बच्चों को आशीर्वाद दिया। उन्होंने पारिवारिक मूल्यों के महत्व पर जोर दिया और इस तरह के आयोजनों की सराहना की। विशेष अतिथि के रूप में श्री रोहतास सिंह यादव और श्रीमती गायत्री यादव ने भी अपने शब्दों से आशीर्वाद दिया और इस पवित्र अवसर पर अपने अनुभव साझा किए।  मंच संचालन श्री राकेश कुमार और सुश्री जागृति यादव साथ ही विद्यार्थी अनन्या और समरिन ने किया, जिन्होंने कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित किया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री महेश कुमार बुनकर ने स्वागत भाषण दिया और इस पवित्र बंधन को मजबूत करने के लिए इस तरह के आयोजन की महत्ता पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम का समापन श्रीमती रेखा सामरिया द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों ने मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  इस आयोजन में न केवल पीढ़ियों के बीच के बंधन को मजबूत किया, बल्कि बच्चों को अपने पारिवारिक मूल्यों को समझने का अवसर भी प्रदान किया।










Wednesday, February 12, 2025

Farewell of Class XII Students on 12 Feb 2025.

 विदाई समारोह



पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर में दिनांक 12 फरवरी 2025 को कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों को विदाई समारोह दिया गया जिसमें सभी बच्चे बड़े उत्साहित दिखे कार्यक्रम के अंदर सीबीएसई प्रभारी श्रीमती रेखा शर्मा ने बच्चों को परीक्षा स्थल पर समय से पहुंचाना तथा किस तरह से अच्छा पेपर करना इसके अलावा विद्यालय के प्राचार्य श्री प्रदीप कुमार टेलर जी ने बच्चों को कक्षा एक में प्रवेश से लेकर 12वीं तक पढ़ाई के समय को याद दिलाया और आगे अपने जीवन में अच्छा कैसे करें उसके बारे में विस्तार से बताया, बच्चों को मिठाई वितरित की गई उसके साथ एक मोमेंटो और उनका एडमिट कार्ड देकर उनको विदाई दी।

Class XII Farewell as on 12 Feb 25.










National Productivity Day (12 Feb 2025)

 राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस

राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस हर साल 12 फरवरी को मनाया जाता है। राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस को राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद द्वारा अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादकता, नवाचार और दक्षता के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जाता है। यह दिन राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह का हिस्सा है। राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह 12 से 18 फरवरी तक चलता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य देश के आर्थिक वृद्धि और विकास में उत्पादकता के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना और उद्योगों को कुशल कार्य पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। हर साल NPC उत्पादकता से संबंधित एक थीम की घोषणा करता है। यह थीम उत्पादकता, डिजिटल परिवर्तन और विकास जैसे मुद्दों पर केंद्रित होती हैं।


वर्ष 2025 के लिए राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह की थीम 

‘विचारों से प्रभाव तक (From Ideas to Impact)’ 

राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस का इतिहास 

राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस की शुरुआत राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद द्वारा की गई थी। राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संगठन है। राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद वर्ष 1958 में की गई थी। राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद का उद्देश्य उद्योगों, कृषि और सेवाओं में उत्पादकता जागरूकता को बढ़ावा देना था। भारत में पहला राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस 12 फरवरी 1966 को मनाया गया था। यह दिन 1966 में दक्षता, नवाचार और सतत आर्थिक विकास के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए शुरू हुआ था। तब से इस दिन को राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह के साथ-साथ हर साल मनाया जाता है।

राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस का महत्व 

भारत में राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस देश और इसके नागरिकों के लिए बहुत महत्व रखता है। यह लोगों को देश के आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह दिन व्यक्तिगत और कार्यस्थल लक्ष्यों को प्राप्त करने में उत्पादकता के महत्व को बढ़ाने के लिए एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है। यह व्यक्तियों और संगठनों को बेहतर रणनीति अपनाने और उत्पादकता सुधार तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह उन्हें व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर एक मंच प्रदान करता है। यह दिन लोगों को इस बात से अवगत करवाता है कि व्यक्तियों और संगठनों की दक्षता में सुधार करके, व्यवसाय अपने उत्पादन को बढ़ा सकते हैं और बेहतर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस दिन का उद्देश्य कर्मचारियों को काम के साथ-साथ अपना ध्यान रखने के लिए स्वस्थ कार्य-जीवन संतुलन की वकालत करता है।

राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस क्यों मनाया जाता है?

राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य देश में उत्पादकता को बढ़ावा देना है। इसके कुछ मुख्य उदाहरण निम्न प्रकार हैं:

  • इस दिन का प्रमुख उद्देश्य उत्पादकता उपकरणों के उपयोग को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। 
  • यह दिन वर्तमान, प्रासंगिक विषयों को शामिल करके प्रक्रियाओं में सुधार करने का भी प्रयास करता है।  
  • यह दी उत्पादकता, गुणवत्ता, दक्षता और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने का कार्य करता है। 
  • इस दिन पर व्याख्यान, कार्यशालाओं और उच्च गुणवत्ता वाले कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने के लिए भी आयोजन करना है। 
  • राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस के दिन सेमिनार अभियान आयोजित करना और उचित तरीकों से उत्पादकता बढ़ाना देना है। 

Tuesday, February 4, 2025

WORLD CANCER DAY (04 FEB 2025)

 विश्व  कैंसर  दिवस


विश्व भर में 04 फरवरी को हर साल  विश्व  कैंसर  दिवस  मनाया जाता है।   इस वर्ष विश्व कैंसर दिवस मनाने के लिए प्रतिवर्ष एक थीम  निर्धारित की  जाती है।   विश्व  कैंसर दिवस 2025 की थीम  “यूनाइटेड बाय यूनिक”   (United by Unique) है, जो 2027 तक चलने वाले  तीन वर्षीय अभियान  की  शुरुआत को चिह्नित करती है।  इस थीम का मुख्य उद्देश्य   प्रत्येक   कैंसर   रोगी की   व्यक्तिगत यात्रा  को  महत्व देना और कैंसर उपचार में व्यक्तिगत देखभाल और समावेशिता को बढ़ावा देना है।

Theme of World Cancer Day 2025 :  "United by Unique"


दुनिया की सभी जानलेवा बीमारियों में कैंसर सबसे ख़तरनाक है क्योंकि कई बार इसके लक्षणों का पता ही नहीं चलता। जब इस बिमारी के होने का खुलासा होता है, तब तक काफी देर हो चुकी है और कैंसर पूरे शरीर में फैल चुका होता है। इसी वजह से कई लोगों को उचित इलाज का समय ही नहीं मिल पाता और उनकी मौत हो जाती है। अगर वक्त पर कैंसर की बीमारी का पता चल जाए तो इसका इलाज संभव है। साल 2018 में कैंसर की बीमारी की वजह से दुनियाभर में 96 लाख से ज़्यादा मौतें हुई थीं।

विश्व कैंसर दिवस की स्थापना अंतरराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ (यूआईसीसी) द्वारा की गई। यह एक अग्रणीय वैश्विक एनजीओ है। इसका लक्ष्य विश्व कैंसर घोषणा, 2008 के लक्ष्यों की प्राप्ति करना है। अंतर्राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ (यूआईसीसी) की स्थापना साल 1933 में हुई थी। इस दिवस पर विभिन्न सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा कैंसर से बचाव के विभिन्न अभियान चलाए।

इसके पूर्व पहचान या रोकथाम के लिए कैंसर से बचाव के उपाय और ख़तरों के बारे में आम लोगों को जागरुक करने के लिए विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। लोगों को लगता है कि यह बीमारी छूने से फैलती है इसलिए कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को समाज में घृणा और अछूत के रूप में देखा जाता है। आम लोगों में कैंसर से संबंधित विभिन्न प्रकार के सामाजिक मिथक हैं जैसे कि कैंसर पीड़ित के साथ रहने या स्पर्श से उन्हें भी ये घातक बीमारी हो सकती है। इस तरह के मिथक को ख़त्म करने के लिए भी ये दिन मनाया जाता है। इसके होने के कारण, लक्षण और उपचार आदि जैसे कैंसर की सभी वास्तविकता के बारे में सामान्य जागरुकता बनाने के लिए इसे मनाया जाता है।

लोगों को जागरुक करने के लिए इस दिन पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं कि कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को अलग से उपचारित न किया जाए, उन्हें समाज में एक आम इंसान की तरह जीने का अधिकार होना चाहिए और कोई भी रिश्ता उनके लिए बदलना नहीं चाहिए। अपने रिश्तेदारों के द्वारा उनकी हर इच्छाओं को पूरा करना चाहिए भले ही उनके जीने की उम्मीद कम क्यों न हों। ये बहुत ज़रूरी है कि उन्हें एक आम इंसान की तरह अच्छा महसूस कराना चाहिए और ऐसा प्रतीत नहीं कराना चाहिए जैसे उनको कुछ उपचार दिया जा रहा है क्योंकि वो मरने वाले हैं। उन्हें आत्म-सम्मान को महसूस करने की ज़रूरत है और अपने समाज और घर में एक सामान्य वातावरण की ज़रूरत है।

कैंसर पर नियंत्रण पाना ज़रूरी

आंकड़ों के अनुसार, ये ध्यान देने योग्य है कि ज्यादातर कैंसर के मामले और मौतें (47% और 55% क्रमश:) विश्व के कम विकसित क्षेत्रों में सामने आए हैं। अगर ये नियंत्रित नहीं किया गया, तो 2030 तक ये और खतरनाक स्तर पर पहुंच सकती हैं। इसलिए ये बहुत ज़रूरी है कि इसे दुनिया के हर कोने में नियंत्रित किया जाए।

कैंसर की उपस्थिति के ख़तरे को घटाने के लिए अपनी अच्छी जीवनशैली, नियंत्रित आहार, नियमित वर्कआउट के बारे में इस कार्यक्रम के दौरान लोगों को अच्छे से बढ़ावा दिया जाता है। उन्हें अपने शराब की लत, अस्वास्थ्यकर आहार और शारीरिक स्थिरता से मुक्त कराने के लिए बढ़ावा दिया जाता है।

कैंसर के कारण

कैंसर होने के कई कारण होते हैं। हालांकि इनमें सबसे आम कारणों में धूम्रपान, तम्बाकू, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, खराब डाइट, एक्स-रे से निकली रेज, सूरज से निकलने वाली यूवी रेज, इंफेक्शन, फैमिली के जीन आदि होते हैं।

Sunday, January 19, 2025

Bureau of Indian Standards (BIS) celebrated 78th Standard Carnival in KV No 2 Jaipur on 18.01.2025

 भारतीय मानक ब्यूरो का 78वा मानक कार्निवाल


पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर मे मानक कार्निवाल 2025 का आयोजन किया गया । इस आयोजन का उद्देश्य 1000 मानकवीर तैयार करना था। इस अवसर पर बीआईएस प्रमुख श्रीमती कनिका कालिया, केंद्रीय विद्यालय संगठन के सहायक आयुक्त श्री ए ए इजराइल, विद्यालय के प्राचार्य श्री पी के टेलर, उप प्राचार्य श्री बी. एस. राठौर,  पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल, श्री अनन्त कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष सी सी आई ने सिरकत की। पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल ने कहा 25 वर्ष पूर्व और आज की तुलना करे तो पता लगता ह कि लोगो मे गुणवता के प्रति जागरूकता आई है। प्राचार्य प्रदीप कुमार टेलर ने सभी का स्वागत किया।

श्री ए ए इजराइल सहायक आयुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन जयपुर संभाग ने कहा कि इस कार्यक्रम से बच्चो मे कुछ बदलाव आयेगा। यह कार्यक्रम बच्चो को रिफ्रेश करेगा। बीआईएस प्रमुख कनिका कालिया ने केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 के मानक क्लब की सराहना की।  इस कार्यक्रम मे जयपुर शहर के सभी केंद्रीय विद्यालयो के 1500 विद्यार्थियो ने भाग लिया।

इस कार्यक्रम मे विभिन्न उद्योगो के 35 स्टाल लगी जिनमे खेल-खेल मे मानको के बारे मे विद्यार्थियो को  सिखाया गया। स्टालो मे प्लास्टिक पाइप, रिलेक्सो शूज, आर्चरी गेम, मंगला सरिया, सीमेंट उद्योग, मानक क्लब केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर, एंटी ग्रेविटी कक्ष, सर्कस के जोकर आदि आकर्षण का केंद्र रहे। सभी विद्यार्थियो ने मनोरंजन के साथ मानको के बारे मे सिखा।

नुक्कड नाटक के माध्यम से मानको की हमारे दैनिक जीवन मे उपयोगिता के बारे मे बताया। मानक प्रश्नोत्तरी मे विद्यार्थियो ने उपहार जीते। मानक कार्निवाल सभी के लिए शिक्षाप्रद रहा ।











Wednesday, January 15, 2025

Army Day 15 January 2025

     सेना दिवस                        


15 जनवरी का दिन भारत के लिए अहम दिन होता है। आज के दिन को हर साल भारतीय सेना दिवस के तौर पर मनाया जाता है। 15 जनवरी भारत के गौरव को बढ़ाने और सीमा की सुरक्षा करने वाले जवानों के सम्मान का दिन होता है। इस साल भारत का 77 वां सेना दिवस मनाया जा रहा है। 15 जनवरी को नई दिल्ली और सभी सेना मुख्यालयों पर सैन्य परेडों, सैन्य प्रदर्शनियों व अन्य कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इस मौके पर देश थल सेना की वीरता, उनके शौर्य और कुर्बानियों को याद करता है। लेकिन सवाल ये हैं कि 15 जनवरी को ही भारतीय सेना दिवस क्यों मनाया जाता है? ये दिन भारतीय सेना और भारत के इतिहास के लिए खास कैसे है? दरअसल भारतीय सेना दिवस फील्ड मार्शल केएम करियप्पा के सम्मान में मनाया जाता है। चलिए जानते हैं कि कौन हैं फील्ड मार्शल केएम करियप्पा और सेना में उनके योगदान के बारे में, साथ ही क्यों 15 जनवरी को ही सेना दिवस मनाया जाता है?



करिअप्पा के सम्मान में हर साल मनाया जाता है सेना दिवस

15 जनवरी को आर्मी डे मनाने के पीछे दो बड़ी वजह है। पहला यह कि 15 जनवरी 1949 के दिन से ही भारतीय सेना पूरी तरह ब्रिटिश थल सेना से मुक्त हुई थी। दूसरी इसी दिन जनरल केएम करियप्पा को भारतीय थल सेना का कमांडर इन चीफ बनाया गया था। इस तरह लेफ्टिनेंट करियप्पा लोकतांत्रिक भारत के पहले सेना प्रमुख बने थे। केएम करियप्पा ‘किप्पर’ नाम से काफी मशहूर थे। दरअसल 15 अगस्त 1947 को देश के आजाद होने के बाद ब्रिटिश इंडियन आर्मी दो हिस्से में बंट गई थी। एक पाकिस्तान आर्मी और दूसरा हिस्सा इंडियन आर्मी बनी थी।

28 जनवरी 1899 को कर्नाटक के कुर्ग में जन्मे करिअप्पा फील्ड मार्शल के पद पर पहुंचने वाले इकलौते भारतीय हैं। फील्ड मार्शल सैम मानेकशा दूसरे ऐसे अधिकारी थे, जिन्हें फील्ड मार्शल का रैंक दिया गया था।

करिअप्पा ने 1947 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में अदम्य साहस और दमदार नेतृत्व का परिचय दिया था। पाकिस्तान के युद्ध के समय उन्हें पश्चिमी कमान का जीओसी-इन-सी बनाया गया था। उनके नेतृत्व में भारत ने जोजीला, द्रास और करगिल पर पाकिस्तानी सेना को हराया था।

15 जनवरी को ही क्यों होता है सेना दिवस

दरअसल फील्ड मार्शल केएम करियप्पा आजाद भारत के पहले भारतीय सेना प्रमुख 15 जनवरी 1949 को बने थे। ये भारत के इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। इसलिए 15 जनवरी को हर साल भारतीय सेना दिवस के तौर पर मनाया जाता है। जब करियप्पा सेना प्रमुख बने तो उस समय भारतीय सेना में लगभग 2 लाख सैनिक थे। करियप्पा साल 1953 में रिटायर हो गए थे और 94 साल की उम्र में साल 1993 में उनका निधन हुआ था।करियप्पा की उपलब्धियां

करियप्पा ने भारत पाकिस्तान युद्ध 1947 का नेतृत्व किया था। रिटायरमेंट के बाद में उन्हें 1986 में फील्ड मार्शल का रैंक प्रदान किया गया। इसके अलावा दूसरे विश्व युद्ध में बर्मा में जापानियों को शिकस्त देने के लिए उन्हें ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एंपायर का सम्मान भी मिला था।

Friday, January 10, 2025

विश्व हिंदी दिवस, 10 जनवरी 2025

 विश्व हिंदी दिवस

दुनिया भर में करोड़ों लोग अपनी बोलचाल की भाषा में हिंदी का उपयोग करते हैं। यह दुनिया भर में बोली जाने वाले तीसरी सबसे लोकप्रिय भाषाओं में से एक है। एक अनुमान के तौर पर, दुनिया भर में करीब 615 मिलियन लोग हिन्दी बोलते हैं। हिन्दी भारत और फ़िजी की आधिकारिक भाषा है। हिंदी भाषा की गरिमा का जश्न मनाने के लिए हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।


विश्व हिंदी दिवस का उद्देश्य हिंदी भाषा को विश्व स्तर पर प्रोत्साहित करना और इसे वैश्विक भाषा के रूप में स्थापित करना है। हिंदी भाषा भारत की राष्ट्रभाषा होने के साथ-साथ सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। विश्व हिंदी दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को हिंदी भाषा के महत्व और इसके अंतरराष्ट्रीय प्रसार के प्रति जागरूक करना है। यह दिवस भारतीय संस्कृति, साहित्य और भाषा की समृद्ध धरोहर को संरक्षित करने और उसे बढ़ावा देने का एक विशेष अवसर प्रदान करता है।

क्यों मनाया जाता है विश्व हिंदी दिवस? 

गौरतलब हो कि विश्व हिंदी दिवस की शुरुआत 1975 में नागपुर में पहले विश्व हिंदी सम्मेलन से हुई थी। इसका उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था। तब से लेकर आज तक हर साल 10 जनवरी को इस दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिनका उद्देश्य हिंदी के विकास और प्रसार को बढ़ावा देना है।

इस अवसर पर दुनिया भर के भारतीय दूतावास और संस्कृति केंद्रों में हिंदी भाषा से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसमें कवि सम्मेलन, हिंदी प्रतियोगिताएं, संगोष्ठियां और सांस्कृतिक प्रदर्शन होते हैं। यह दिन हमें हमारी भाषा की महानता का एहसास से अवगत कराता है और हमें गर्व से हिंदी के प्रति अपने प्रेम को और मजबूत करने का अवसर देता है।

विश्व हिंदी दिवस 2025 थीम हर साल विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर एक विशेष थीम का निर्धारण किया जाता है और इसी थीम के विषय के अनुसार विश्व हिंदी दिवस कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष यानी विश्व हिंदी दिवस 2025 थीम का निर्धारण भी किया गया है। 

विश्व हिंदी दिवस 2025 थीम है - हिंदी एकता और सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज़।


DEAR (Drop Everything and Read) Prog. in PM shri KV No. 2 Jaipur

DEAR (Drop Everything and Read)  पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर में आज दिनांक 10 सितंबर 2025 को विद्यालय में DEAR (Drop Everyth...