राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस
राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस हर साल 12 फरवरी को मनाया जाता है। राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस को राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद द्वारा अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादकता, नवाचार और दक्षता के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जाता है। यह दिन राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह का हिस्सा है। राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह 12 से 18 फरवरी तक चलता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य देश के आर्थिक वृद्धि और विकास में उत्पादकता के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना और उद्योगों को कुशल कार्य पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। हर साल NPC उत्पादकता से संबंधित एक थीम की घोषणा करता है। यह थीम उत्पादकता, डिजिटल परिवर्तन और विकास जैसे मुद्दों पर केंद्रित होती हैं।
वर्ष 2025 के लिए राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह की थीम
‘विचारों से प्रभाव तक (From Ideas to Impact)’
राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस का इतिहास
राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस की शुरुआत राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद द्वारा की गई थी। राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संगठन है। राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद वर्ष 1958 में की गई थी। राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद का उद्देश्य उद्योगों, कृषि और सेवाओं में उत्पादकता जागरूकता को बढ़ावा देना था। भारत में पहला राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस 12 फरवरी 1966 को मनाया गया था। यह दिन 1966 में दक्षता, नवाचार और सतत आर्थिक विकास के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए शुरू हुआ था। तब से इस दिन को राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह के साथ-साथ हर साल मनाया जाता है।
राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस का महत्व
भारत में राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस देश और इसके नागरिकों के लिए बहुत महत्व रखता है। यह लोगों को देश के आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह दिन व्यक्तिगत और कार्यस्थल लक्ष्यों को प्राप्त करने में उत्पादकता के महत्व को बढ़ाने के लिए एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है। यह व्यक्तियों और संगठनों को बेहतर रणनीति अपनाने और उत्पादकता सुधार तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह उन्हें व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर एक मंच प्रदान करता है। यह दिन लोगों को इस बात से अवगत करवाता है कि व्यक्तियों और संगठनों की दक्षता में सुधार करके, व्यवसाय अपने उत्पादन को बढ़ा सकते हैं और बेहतर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस दिन का उद्देश्य कर्मचारियों को काम के साथ-साथ अपना ध्यान रखने के लिए स्वस्थ कार्य-जीवन संतुलन की वकालत करता है।
राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस क्यों मनाया जाता है?
राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य देश में उत्पादकता को बढ़ावा देना है। इसके कुछ मुख्य उदाहरण निम्न प्रकार हैं:
- इस दिन का प्रमुख उद्देश्य उत्पादकता उपकरणों के उपयोग को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
- यह दिन वर्तमान, प्रासंगिक विषयों को शामिल करके प्रक्रियाओं में सुधार करने का भी प्रयास करता है।
- यह दी उत्पादकता, गुणवत्ता, दक्षता और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने का कार्य करता है।
- इस दिन पर व्याख्यान, कार्यशालाओं और उच्च गुणवत्ता वाले कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने के लिए भी आयोजन करना है।
- राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस के दिन सेमिनार अभियान आयोजित करना और उचित तरीकों से उत्पादकता बढ़ाना देना है।
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