Monday, December 15, 2025

Celebration of KVS Foundation day on 15 Dec 2025 in KV 2 Jaipur.

 केंद्रीय विद्यालय संगठन का स्थापना दिवस


केन्द्रीय विद्यालय संगठन 15 दिसंबर 2025 को अपना 63वां स्थापना दिवस मनाया,  केन्द्रीय विद्यालय संगठन द्वारा भारत मे प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा का प्रबंध है, जो मुख्यतः भारत की केन्द्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों के लिए बनाया गया है। इसकी शुरुआत 1963 में हुई तथा यह तब से भारत के केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से अनुबन्धित है। इस समय भारत में केन्द्रीय विद्यालयों की संख्या 1,289 है। इस के अतिरिक्त विदेश में तीन केन्द्रीय विद्यालय हैं जिनमें भारतीय दूतावासों के कर्मचारियों तथा अन्य प्रवासी भारतीयों के बच्चे पढ़ते हैं। विद्यालयों में भारत   राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के पाठ्यक्रम का अनुसरण होता है। सभी केन्द्रीय विद्यालयों का संचालन केन्द्रीय विद्यालय संगठन  के द्वारा की जाती है ।

पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर में दिनांक 15 दिसंबर 2025 को केन्द्रीय विद्यालय संगठन का 63वां स्थापना मनाया ।  जिसमें मुख्य अतिथि श्री पीएस अहलूवालिया, विद्यालय के पूर्व प्राचार्य  तथा अन्य पूर्व प्राचार्य श्री आर पी शर्मा, श्री आर सी भूरीया,  शिक्षक गण और पूर्व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे ।  इस कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा कुछ शैक्षिक लघु नाटिकाएं प्रस्तुत की गई । विद्यालय के प्राचार्य श्री प्रदीप कुमार टेलर ने केवीएस की स्थापना दिवस के बारे में विस्तार से बताया तथा मुख्य अतिथि ने भी केवीएस के महत्व के बारे में बच्चों को विस्तार से बताया । 





























Wednesday, December 3, 2025

International Day of Disabled Persons, 03 Dec 2025

 विश्व विकलांग दिवस 2025

हर साल 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकलांग व्यक्तियों का अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी और 1992 से संयुक्त राष्ट्र के द्वारा इसे अंतरराष्ट्रीय रीति-रिवीज़ के रुप में प्रचारित किया जा रहा है। विकलांगों के प्र0ति सामाजिक कलंक को मिटाने और उनके जीवन के तौर-तरीकों को और बेहतर बनाने के लिये उनके वास्तविक जीवन में बहुत सारी सहायता को लागू करने के द्वारा तथा उनको बढ़ावा देने के लिये साथ ही विकलांग लोगों के बारे में जागरुकता को बढ़ावा देने के लिये इसे सालाना मनाने के लिये इस दिन को खास महत्व दिया जाता है। 1992 से, इसे पूरी दुनिया में ढ़ेर सारी सफलता के साथ इस वर्ष तक हर साल से लगातार मनाया जा रहा है।


वर्ष 2025 का थीम  :  “सतत परिवर्तन के लिए अभिनव मानसिक स्वास्थ्य पहल 

और समावेशी पुनर्वास के माध्यम से विकलांग लोगों को सशक्त बनाना” है।

समाज में उनके आत्मसम्मान, सेहत और अधिकारों को सुधारने के लिये और उनकी सहायता के लिये एक साथ होने के साथ ही लोगों की विकलांगता के मुद्दे की ओर पूरे विश्वभर की समझ को सुधारने के लिये इस दिन के उत्सव का उद्देश्य बहुत बड़ा है। जीवन के हरेक पहलू में समाज में सभी विकलांग लोगों को शामिल करने के लिये भी इसे देखा जाता है जैसे राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक। इसी वजह से इसे “विश्व विकलांग दिवस” के शीर्षक के द्वारा मनाया जाता है। विश्व विकलांग दिवस का उत्सव हर साल पूरे विश्वभर में विकलांग लोगों के अलग-अलग मुद्दों पर ध्यान केन्द्रित करता है।

वर्ष 1976 में संयुक्त राष्ट्र आम सभा के द्वारा “विकलांगजनों के अंतरराष्ट्रीय वर्ष” के रुप में वर्ष 1981 को घोषित किया गया था। अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर विकलांगजनों के लिये पुनरुद्धार, रोकथाम, प्रचार और बराबरी के मौकों पर जोर देने के लिये योजना बनायी गयी थी।

समाज में उनकी बराबरी के विकास के लिये विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों के बारे में लोगों को जागरुक करने के लिये, सामान्य नागरिकों की तरह ही उनके सेहत पर भी ध्यान देने के लिये और उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिये “पूर्ण सहभागिता और समानता” का थीम विकलांग व्यक्तियों के अंतरराष्ट्रीय वर्ष के उत्सव के लिये निर्धारित किया गया था।

सरकारी और दूसरे संगठनों के लिये निर्धारित समय-सीमा प्रस्ताव के लिये संयुक्त राष्ट्र आम सभा के द्वारा “विकलांग व्यक्तियों के संयुक्त राष्ट्र दशक” के रुप में वर्ष 1983 से 1992 को घोषित किया गया था जिससे वो सभी अनुशंसित क्रियाकलापों को ठीक ढंग से लागू कर सकें।

Tuesday, November 11, 2025

National Education Day 11 November 2025

राष्ट्रीय शिक्षा दिवस


हर साल 11 नवंबर को पूरे भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (National Education Day) के रूप में मनाया जाता है। यह दिन एक प्रतिज्ञा है कि देश की शिक्षा व्यवस्था को कभी व्यर्थ न जाने देंगे। शिक्षक दिवस भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। आज़ाद ने स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई और आज़ाद भारत में शिक्षा की बुनियाद रखी। वे स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री थे जिनका कार्यकाल 15 अगस्त 1947 से 2 फरवरी 1958 तक रहा।

पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर में दिनांक 11 नवम्बर 2025 को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया गया । विद्यालय के प्राचार्य श्री प्रदीप कुमार टेलर ने मौलाना अबुल कलाम आजाद की तस्वीर को माल्या अर्पण करके इसकी शुरुआत की ।












Rajya Stariya Bal Vaigyanik Pradarshani in PM shri KV No 2 Jaipur on 10 & 11 November 2025

राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी 2025


पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय संख्या 2, जयपुर में राष्ट्रीय स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी (RSBVP) 2025 का उद्घाटन सोमवार, दिनांक 10 & 11 नवम्बर 2025 को बड़े ही उत्साह और भव्यता के साथ किया गया। विद्यालय के प्राचार्य श्री पी. के. टेलर ने दीप प्रज्ज्वलित कर प्रदर्शनी का औपचारिक शुभारंभ किया।

🌟 'विकसित और आत्मनिर्भर भारत' थीम पर प्रदर्शन

इस वर्ष की प्रदर्शनी का मुख्य विषय "विकसित और आत्मनिर्भर भारत के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM)" रखा गया। इसका मुख्य फोकस स्थिरता (Sustainability) और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने वाले अभिनव वैज्ञानिक विचारों पर रहा।

प्रदर्शनी का आयोजन पीजीटी (भौतिकी) डॉ. महेश श्रीवास्तव के कुशल मार्गदर्शन में किया गया। इसमें विज्ञान, गणित, कंप्यूटर विज्ञान, और कार्यानुभव विभागों के छात्रों ने सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की।

🔬 छात्रों ने दिखाए आधुनिक समाधान

युवा वैज्ञानिकों ने सात महत्वपूर्ण उप-विषयों पर अपने मॉडल प्रदर्शित किए, जिनमें प्रमुख रहे:

* सतत कृषि (Sustainable Agriculture)

* अपशिष्ट प्रबंधन और प्लास्टिक के विकल्प

* हरित ऊर्जा (Green Energy)

* उभरती प्रौद्योगिकियाँ (Emerging Technologies)

* स्वास्थ्य और स्वच्छता (Health and Hygiene)

* जल संरक्षण

* प्लास्टिक प्रदूषण कम करना

प्रदर्शनी में लगाए गए विभिन्न मॉडलों ने छात्रों की अद्वितीय रचनात्मकता और वैज्ञानिक सोच को प्रदर्शित किया। इन मॉडलों ने वर्तमान चुनौतियों के प्रति उनकी गहरी समझ और नवीन समाधानों को दर्शाया। प्रदर्शनी ने इन युवा मस्तिष्कों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का एक प्रभावी मंच प्रदान किया।

👏 सफल आयोजन पर सराहना

प्रदर्शनी का सफल समापन हुआ। अंत में, प्राचार्य श्री टेलर ने इस भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी शिक्षकों और छात्रों के समर्पित प्रयासों की जमकर सराहना की और उन्हें प्रोत्साहित किया।











Tuesday, October 28, 2025

National Unity Day 31 October 2025

                                                        राष्ट्रीय एकता दिवस


राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के रूप में मनाया जाता है। भारत में वर्ष 2014 में पहली बार राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया गया। भारत की गणना विश्व के सबसे बड़े देशों में से एक के रूप में की जाती है जो कि पूरे विश्व में दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है, जहाँ 1652 के आसपास भाषाऍ और बोलियाँ बोली जाती है। यह देश दुनिया के सभी प्रमुख धर्मों को जैसे हिंदू, बौद्ध, ईसाई, जैन, इस्लाम, सिख और पारसी धर्मों को विभिन्न संस्कृति, खानपान की आदतों, परंपराओं, पोशाकों और सामाजिक रीति-रिवाजों के साथ शामिल करता है। यह जलवायु में काफी अन्तर के साथ एक विविधतापूर्ण देश है। देश में प्रमुख भिन्नता होने के बाद भी, इसका प्रत्येक भाग एक ही संविधान द्वारा बहुत शांति के साथ नियंत्रित है।


एकता का महत्त्व 
एकता में सबसे बड़ा बाधक स्वहित हैं आज के समय में स्वहित ही सर्वोपरि हो गया है। आज जब देश आजाद हैं आत्म निर्भर हैं तो वैचारिक मतभेद उसके विकास में बेड़ियाँ बनी पड़ी हैं। आजादी के पहले इस फुट का फायदा अंग्रेज उठाते थे और आज देश के सियासी लोग। देश में एकता के स्वर को सबसे ज्यादा बुलंद स्वतंत्रता सेनानी लोह पुरुष वल्लभभाई पटेल ने किया था। वे उस सदी में आज के युवा जैसी नयी सोच के व्यक्ति थे। वे सदैव देश को एकता का संदेश देते थे। उन्हीं को श्रद्धांजलि देने हेतु उनके जन्म दिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता हैं।

एकीकरण में सरदार पटेल की भूमिका 

स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद क़रीब पाँच सौ से भी ज़्यादा देसी रियासतों का एकीकरण सबसे बड़ी समस्या थी। 5 जुलाई 1947 को सरदार पटेल ने रियासतों के प्रति नीति को स्पष्ट करते हुए कहा कि ‘रियासतों को तीन विषयों – सुरक्षा, विदेश तथा संचार व्यवस्था के आधार पर भारतीय संघ में शामिल किया जाएगा।’ धीरे धीरे बहुत सी देसी रियासतों के शासक भोपाल के नवाब से अलग हो गये और इस तरह नवस्थापित रियासती विभाग की योजना को सफलता मिली। भारत के तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारतीय संघ में उन रियासतों का विलय किया था जो स्वयं में संप्रभुता प्राप्त थीं। उनका अलग झंडा और अलग शासक था। सरदार पटेल ने आज़ादी के ठीक पूर्व (संक्रमण काल में) ही पी.वी. मेनन के साथ मिलकर कई देसी राज्यों को भारत में मिलाने के लिये कार्य आरम्भ कर दिया था। पटेल और मेनन ने देसी राजाओं को बहुत समझाया कि उन्हें स्वायत्तता देना सम्भव नहीं होगा। इसके परिणामस्वरूप तीन को छोडकर शेष सभी राजवाडों ने स्वेच्छा से भारत में विलय का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। 15 अगस्त 1947 तक हैदराबाद, कश्मीर और जूनागढ़ को छोड़कर शेष भारतीय रियासतें ‘भारत संघ’ में सम्मिलित हो गयीं। जूनागढ़ के नवाब के विरुद्ध जब बहुत विरोध हुआ तो वह भागकर पाकिस्तान चला गया और जूनागढ़ भी भारत में मिल गया। जब हैदराबाद के निजाम ने भारत में विलय का प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया तो सरदार पटेल ने वहाँ सेना भेजकर निजाम का आत्मसमर्पण करा लिया।

‘रन फॉर यूनिटी’ 

2014 के बाद से 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के बारे में जागरूकता बढ़ाने और महान व्यक्ति को याद करने के लिए राष्ट्रव्यापी मैराथन का आयोजन किया जाता है। इस दिवस के साथ देश की युवा पीढ़ी को राष्ट्रीय एकता का सन्देश पहुँचता है, जिससे आगे चलकर वे देश में राष्ट्रीय एकता का महत्व समझ सकें। इस मौके पर देश के विभिन्न स्थानों में कई कार्यक्रमों का आयोजन होता है। दिल्ली के पटेल चौक, पार्लियामेंट स्ट्रीट पर सरदार पटेल की प्रतिमा पर माला चढ़ाई जाती है। इसके अलावा सरकार द्वारा शपथ ग्रहण समारोह, मार्च फ़ास्ट भी की जाती है। ‘रन फॉर यूनिटी’ मैराथन देश के विभिन्न शहरों, गाँव, जिलों, ग्रामीण स्थानों में आयोजित की जाती है। स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, अन्य शैक्षणिक संसथान, राष्ट्रीय कैडेट कोर, राष्ट्रीय सेवा योजना के लोग बहुत बढ़ चढ़ कर इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते है।

राष्ट्रीय एकता में बल है अपार, चलो हाथ मिलाये बाटे प्यार।

सच्चे मायनों में तभी होगी देशभक्ति, जब एक होकर हम दिखायें एकता की शक्ति ।

हमारी एकता हमारी पहचान है, तभी तो हमारा देश महान है । 

Monday, October 27, 2025

DEAR (Drop Everything and Read) Prog. in PM shri KV No. 2 Jaipur on 27 Oct 2025.

DEAR (Drop Everything And Read)


पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 जयपुर में आज दिनांक 27 अक्टूबर 2025 को विद्यालय में प्राथमिक विभाग के  विद्यार्थियों के लिए DEAR (Drop Everything and Read) प्रोग्राम किया गया, जिसमें विद्यालय के कक्षा 4 और 5  के सभी छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया तथा विद्यालय के  प्राचार्य और उप प्राचार्य तथा शिक्षक शिक्षिकाओं ने भी भाग लिया ।  इसमें सभी ने 45 मिनट सब कुछ छोड़कर पढ़ाई की, छात्रों ने अपनी विषयों को छोड़कर जनरल किताबें की पढ़ाई की,  इसमें लगभग 500 विद्यार्थियों ने भाग लिया । इसके अंत में विद्यालय के प्राचार्य श्री प्रदीप कुमार टेलर ने पढ़ने की आदत के महत्व के बारे में विद्यार्थियों को बताया और साथ में यह बताया कि ऑफ स्क्रीन पढ़ने के क्या-क्या फायदे हैं और इस प्रोग्राम का सभी ने भरपूर  आनंद लिया ।























Celebration of KVS Foundation day on 15 Dec 2025 in KV 2 Jaipur.

  केंद्रीय विद्यालय संगठन का स्थापना दिवस केन्द्रीय विद्यालय संगठन 15 दिसंबर 2025 को अपना 63वां स्थापना दिवस मनाया,   केन्द्रीय विद्यालय संग...