Thursday, January 21, 2021

Patriotic Quiz on Republic Day 2021

 Patriotic Quiz on Republic Day 2021


About Quiz


As a part of Republic Day celebration”, an online quiz competition, essay competition and poetry competition on the theme of “Indian Constitution struggle for freedom, warriors of Indian independence” is being organized by the Ministry of Education in association with the Ministry of Defence from 20th January to 30th January 2021.


Terms and Conditions


  1. The duration of the quiz will be 5 minutes (300 seconds), during which a maximum of 20 questions can be answered.
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  3. Online certificates for participation will be issued to all the participants.
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  5. There will be no negative marking for the incorrect answer. Participants can view their scores after the last date of the quiz.
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  7. An individual can participate only once in the quiz.
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  9. The criteria for selecting successful winners will be “Maximum Correct Answers in the Shortest Time”.
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  11. Any individual who desires to participate in the quiz will be required to provide his/her name, date of birth, correspondence address, email address, and mobile number.
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  13. Discovery/detection/noticing of use of any unfair/spurious means/ malpractices, including but not limited to impersonation, double participation, etc. during the participation in the quiz, will result in the participation being declared null and void and hence, rejected.  The organizers of the quiz competition or any agency acting on their behalf reserves the right in this regard.
  14.  
  15. Employees, directly or indirectly, connected with organizing the quiz are not eligible to participate in the quiz. This ineligibility also applies to their immediate family members.
  16. Click here to log in to play the Quiz



Friday, January 15, 2021

Indian Army Day (15 January 2021)

सेना दिवस


15 जनवरी का दिन भारतीय सेना के लिए बेहद खास है। इस दिन को भारतीय थल सेना आर्मी डे के रूप में मनाती है। भारतीय सेना शुक्रवार को अपना 73वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर राजधानी दिल्ली में कैंट स्थित करियप्पा ग्राउंड में सेना दिवस परेड का आयोजन किया जाएगा। थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे परेड की सलामी लेंगे और सैनिकों को संबोधित करेंगे।


आर्मी डे के मौके पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने अपना संदेश देते हुए कहा कि 'हम उन वीर जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं और उनका आभार व्यक्त करते हैं, जिनकी कर्तव्य के प्रति वीरता और सर्वोच्च बलिदान हमें नए सिरे से दृढ़ता के साथ खुद को समर्पित करने के लिए प्रेरित करता है।

करिअप्पा के सम्मान में हर साल मनाया जाता है सेना दिवस

15 जनवरी को आर्मी डे मनाने के पीछे दो बड़ी वजह है। पहला यह कि 15 जनवरी 1949 के दिन से ही भारतीय सेना पूरी तरह ब्रिटिश थल सेना से मुक्त हुई थी। दूसरी इसी दिन जनरल केएम करियप्पा को भारतीय थल सेना का कमांडर इन चीफ बनाया गया था। इस तरह लेफ्टिनेंट करियप्पा लोकतांत्रिक भारत के पहले सेना प्रमुख बने थे। केएम करियप्पा ‘किप्पर’ नाम से काफी मशहूर थे। दरअसल 15 अगस्त 1947 को देश के आजाद होने के बाद ब्रिटिश इंडियन आर्मी दो हिस्से में बंट गई थी। एक पाकिस्तान आर्मी और दूसरा हिस्सा इंडियन आर्मी बनी थी।

28 जनवरी 1899 को कर्नाटक के कुर्ग में जन्मे करिअप्पा फील्ड मार्शल के पद पर पहुंचने वाले इकलौते भारतीय हैं। फील्ड मार्शल सैम मानेकशा दूसरे ऐसे अधिकारी थे, जिन्हें फील्ड मार्शल का रैंक दिया गया था।

करिअप्पा ने 1947 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में अदम्य साहस और दमदार नेतृत्व का परिचय दिया था। पाकिस्तान के युद्ध के समय उन्हें पश्चिमी कमान का जीओसी-इन-सी बनाया गया था। उनके नेतृत्व में भारत ने जोजीला, द्रास और करगिल पर पाकिस्तानी सेना को हराया था।

केएम करियप्पा परेड ग्राउंड पर कार्यक्रम का आयोजन

इस खास मौके पर पूरा देश सेना के वीर जवानों के अदम्य साहस, शहीद जवानों की शहादत को याद करता है। देशभर में सेना की अलग-अलग रेजिमेंट में परेड के साथ ही झांकियां भी निकाली जाती हैं। 

वहीं इस खास मौके पर फील्ड मार्शल केएम करियप्पा परेड ग्राउंड पर सेना दिवस समारोह के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

इस दिन दिल्ली की इंडिया गेट पर बनी अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है। साथ ही शहीदों की विधवाओं या परिवारवालों को सेना मेडल और अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। भारतीय आर्मी का गठन 1776 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने कोलकाता में किया था। आज भारतीय आर्मी के 53 कैंटोनमेंट और नौ आर्मी बेस हैं।

Tuesday, January 12, 2021

Quiz No 32 : National Youth Day

 

National Youth Day 2021

 राष्ट्रीय युवा दिवस


आज, 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस है। प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के जन्म-दिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है। विश्व भर में सर्वाधिक प्रसिद्ध दार्शनिकों एवं माँक में से एक स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था। भारत सरकार द्वारा वर्ष 1984 में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाये जाने की घोषणा यह कहते हुए की गयी थी कि स्वामी विवेकानंद के विचारों एवं आदर्शों को युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। इसके बाद वर्ष 1985 से हर वर्ष 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर मनाया जाता है।


Theme 2021: "Utsah Naye Bharat Ka"

आज, राष्ट्रीय युवा दिवस 2021 के दिन आइए जानते हैं स्वामी विवेकानंद के बारे में ऐसी बातों को जानते हैं जो कि युवाओं के लिए आज भी प्रेरणास्रोत हैं। स्वामी विवेकानंद हर बच्चे में आशा की किरण देखते थे जो कि राष्ट्र के निर्माण में योगदान दे सकता है। उन्होंने युवाओं के सामर्थ्य के सही इस्तेमाल पर अत्यधिक बल देते थे। शिक्षा एवं शांति के साथ स्वामी विवेकानंद में सम्पूर्ण विश्व के युवाओं को प्रभावित किया और युवाओ को प्रेरित किया कि वे अपना कम्फर्ट जोन से बाहर निकलें और जो भी वो पाना चाहते हैं उसके लिए प्रयास करके उसे प्राप्त करें। स्वामी विवेकानंद ने राष्ट्र के निर्माण में शिक्षा के महत्व को लेकर कहते थे कि युवाओं को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा एक मूल साधन है।

दर्शनशास्र् , धर्म, साहित्य, वेद, पुराण और उपनिषद की बेहद अच्छी जानकारी रखने वाले समाज सुधारक और आध्यात्मिक गुरू, स्वामी विवेकानंद की कई ऐसे वक्तव्य हैं जो कि आज के युवाओं को प्रेरणा देते हैं, आइए इनमें से कुछ को जानते हैं।

  • उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए।
  • मेरे साहसी युवाओं, यह विश्वास रखो कि तुम ही सब कुछ हो – महान कार्य करने के लिए इस धरती पर आए हो। चाहे वज्र भी गिरे, तो भी निडर हो खड़े हो जाना और कार्य में लग जाना। साहसी बनो।
  • जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते।
  • जब लोग तुम्हे गाली दें तो तुम उन्हें आशीर्वाद दो।सोचो, तुम्हारे झूठे दंभ को बाहर निकालकर वो तुम्हारी कितनी मदद कर रहे हैं।
  • मेरा विश्वास युवा पीढ़ी, आधुनिक पीढ़ी में है। वे सिंह की भांति सभी समास्याओं से लड़ सकते हैं।

Sunday, January 10, 2021

National Road Safety Week (11 to 17 January 2021)

National road safety week 


National road safety week is celebrated from 11th January to 17th January every year in our country India to create awareness about road safety and minimize road accidents & save a life.

In 2021 we are celebrating 32nd National Road Safety Week. At first in the year 1989 awareness for the National Road Safety Week was celebrated and at that time about 36,000 had lost their lives. So this tragic story is related to the observation of this awareness week.


32nd National Road Safety Week 2021 theme, ‘Safe yourself to save your family’. Apply all the safety measures while going through a vehicle and always follow the traffic rules.

If we do not save ourselves then it is more chance to be in problem. Only you and I know how important we are for our family. Keep it in mind and drive safe drive carefully.

Information you should know:

Here is below some important information lets take a look,

  • You will be very surprised to know that, India is in the 1st position comprising the highest accident deaths.
  • Approximately 4,67,000 accidents were happening per year in India and about 1,50,000/ year are dying of it.
  • According to WHO (World Health Organisation), the top 3 main reasons for traffic collision are, over speed limit driving, under the influence of driving, not wearing of seat belts & helmets.
  • It is identified that accidents in India put an impact on losing GDP by about 2%.


 "अगर आप अपने परिवार से प्यार करते हैं तो, कोई भी वाहन चलते समय यातायात के नियमों का पालन करे. इसे अनदेखा नहीं."

 "देर से घर आए लेकिन दुरुस्त आए" धीरे चले सुरक्षित चले.

 "सुरक्षा के बारे में सोचें और सुरक्षित रूप से वाहन को चलाये."

विश्व हिन्दी दिवस (10 जनवरी 2021)

विश्व हिन्दी दिवस 

 

हिंदी भाषा का हम भारतीय के जीवन में बहुत महत्व है. हर साल 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस मनाया जाता है. इसको मनाने का मुख्य उद्देश्य विश्वभर में हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार को बढ़ाना है और जागरूकता फैलाना है. 10 जनवरी 2006 को भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह ने हर साल विश्व हिन्दी दिवस मनाने की घोषणा की थी | उसके बाद से ही भारतीय विदेश मंत्रालय ने विदेश में 10 जनवरी 2006 को पहली बार विश्व हिन्दी दिवस मनाया था |


विश्व हिंदी दिवस का इतिहास

हिंदी को दुनियाभर में जन-जन तक पहुंचाने और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने हेतु 10 जनवरी, सन 1975 को पहला विश्व हिंदी सम्मेलन नागपुर में आयोजित किया किया गया। इस सम्मेलन में दुनियाभर के 30 देशों के 122 प्रतिनिधियों ने शिरकत की। इस दिन ही विश्व हिंदी दिवस मनाने का प्रस्ताव पेश किया गया। इसके बाद साल 2006 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की। इस साल विदेश में पहली बार भारतीय दूतावासों में विश्व हिंदी दिवस मनाया गया। इसकी शुरआत नॉर्वे के भारतीय दूतावास से हुई थी।

विश्व हिंदी दिवस का महत्व

इस दिन देश-दुनिया में लोग एक दूसरे को विश्व हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हैं। विश्व हिंदी के मौके पर देश और दुनिया में एकसाथ हिंदी भाषा में कई संगोष्ठी किए जाते हैं। साथ ही विदेश में स्थित सैंकड़ों व‍िश्‍वविद्यालयों में विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। जहां, हिंदी पढ़ाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि हिंदी दुनिया में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में पांचवे स्थान पर है। यह हर भारतीय के लिए गौरव की बात है। वहीं, फिजी में हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्त है।

हिंदी है दुनिया में चौथी सबसे अधिक बोले जानी वाली भाषा


यह भारत की दो आधिकारिक भाषाओं में से एक है और मंदारिन, स्पेनिश और अंग्रेजी के बाद दुनिया में चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली पहली भाषा है. हर साल 10 जनवरी को दिन मनाया जाता है. कश्मीर से कन्याकुमारी तक, साक्षर से निरक्षर तक प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति हिन्दी भाषा को आसानी से बोल-समझ लेता है. यही इस भाषा की पहचान भी है कि इसे बोलने और समझने में किसी को कोई परेशानी नहीं होती.


हिंदी है हमारी राष्ट्रभाषा ...
हिंदी है हमें बड़ी प्यारी...
हिंदी की सुरीली वाणी...
हमें लगे हर पल प्यारी...
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं। 

Monday, January 4, 2021

विश्व ब्रेल दिवस: 4 जनवरी

 विश्व ब्रेल दिवस


प्रत्येक वर्ष 4 जनवरी को विश्व ब्रेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। विश्व ब्रेल दिवस 2019 के बाद से दृष्टि बाधित और दृष्टि-विहीन लोगों के लिए मानवाधिकार हासिल करने में संचार के साधन के रूप में ब्रेल के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।

यह दिवस दृष्टि बाधित लोगों के लिए ब्रेल लिपि विकसित करने वाले लुई ब्रेल की जयंती को चिन्हित करने के लिए मनाया जाता है। लुई ब्रेल का जन्म उत्तरी फ्रांस के कूपवरे (Coupvray) शहर में चार जनवरी 1809 को हुआ था।



आज विश्व ब्रेल दिवस मनाया जा रहा है। दृष्टि बाधित लोगों के लिए ब्रेल लिपि विकसित करने वाले लुई ब्रेल की जयंती के अवसर पर यह दिवस मनाया जाता है। लुई ब्रेल का जन्म उत्तरी फ्रांस के कूपवरे (Coupvray) शहर में चार जनवरी 1809 को हुआ था। तीन वर्ष की अल्प आयु में एक दुर्घटना में उनकी दोनों आंखों की रोशनी चली गई थी। इसके उपरांत छह उभरे हुए बिंदुओं की भाषा विकसित की गई जिसे ब्रेल के नाम से जाना जाता है।

आज  इस दिवस के उप्पलक्ष मे केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 1 के श्रीमान राजेश कुमार सिंघल, कनिष्ठ सचिवालय सहायक ने जयपुर से प्रकासित अखबार मोंरिंग न्यूज़ मे एक लेख प्रकासित किया है जो निचे दिया गया है ।  विश्व ब्रेल दिवस पर हार्दिक बधाई |


National Youth Festival (NYF) 2025 The Viksit Bharat Young Leaders Dialogue is a transformative reimagining of the National Youth Festival (...